सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार (सीयूएसबी) में संचालित सेहत केंद्र इकाई ने कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में ‘ एनीमिया: कारण, परिणाम, सावधानियां और किशोरावस्था में गर्भधारण पर जागरूकता’ विषय पर स्वास्थ्य संवाद का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन ‘रेड रिबन क्लब’ के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रशांत (असिस्टेंट प्रोफेसर, एनवायर्नमेंटल साइंस) के नेतृत्व में दो सत्रों में विवि के विवेकानंद सभागार में किया गया। कार्यक्रम में डॉ. प्रशांत के साथ रेड रिबन क्लब के अन्य सदस्य डॉ. जावेद अहसन (असिस्टेंट प्रोफेसर, बायोटेक्नोलॉजी), डॉ. अमृता श्रीवास्तव (असिस्टेंट प्रोफेसर, लाइफ साइंस) और डॉ. चंद्र प्रभा पांडेय (असिस्टेंट प्रोफेसर, टीचर एजुकेशन) तथा शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद थे |
पहले सत्र में सीयूएसबी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक नारायण ने ‘एनीमिया: कारण, परिणाम, सावधानियां और किशोरावस्था में गर्भधारण पर बातचीत ‘ विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ. विवेक ने बताया की एनीमिया का मुख्य कारण हीमोग्लोबिन की कमी है। हीमोग्लोबिन की कमी का कारण भोजन में आयरन, फोलिक एसिड तथा विटामिन बी 12 की कमी है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया की किस प्रकार हम अपने आहार में आयरन की मात्रा को साग, सब्जी, फल और अंडे को शामिल कर बढ़ा सकते हैं। डॉ. विवेक ने कहा कि एनीमिया के कारण थकान, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी आती है। उन्होंने किशोरावस्था में गर्भधारण विषय पर चिंता व्यक्त करते हुवे बताया कि यह समस्या जागरूकता में कमी और बालिका विवाह के कारण आती है। अपने व्याख्यान में उन्होंने बताया की किस प्रकार किशोरियों के गर्भाधान होने पर माता और बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
दूसरे सत्र में रेड रिबन क्लब और सेहत केंद्र की पिछली उपलब्धियों पर एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया गया। ‘रेड रिबन क्लब’ के नोडल ऑफिसर डॉ. प्रशांत ने परिचय व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने प्रतिभागियों को रेड रिबन क्लब और सीयूएसबी की सेहत केंद्र इकाई के कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने सदस्यता की प्रक्रिया और सदस्यों की जिम्मेदारियों के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रतिभागियों की ओर से भी कई सवाल पूछे गए, जिनमें मुख्य रूप से एनीमिया से बचने के लिए आवश्यक खान-पान के बारे में ज्यादा सवाल पूछे गए। कार्यक्रम के समापन डॉ. अमृता श्रीवास्तव के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ |
उल्लेखनीय है कि सीयूएसबी का सेहत केंद्र बिहार राज्य के 28 चयनित संस्थानों में से एक है। सेहत केंद्र युवाओं के लिए गठित स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर केंद्रित एक इकाई है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों/युवाओं के साथ स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर संवाद स्थापित करता है। साथ ही केंद्र का उद्देश्य उन्हें स्वास्थ्य संबंधी ऐसे मुद्दों पर, जिन पर कि कम ध्यान दिया जाता है, उन पर बातचीत करना और मार्गदर्शन प्रदान करना है।